माटी, बेटी और रोटी के मुद्दे पर क्या घिर पाएगी हेमंत सरकार, भाजपा की चौतरफा तैयारी

रांची:  हेमंत सरकार में न माटी, न बेटी, और न रोटी सुरक्षित हैं. यह कहना है केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री सह झारखंड भाजपा चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान का.बीते 21 सितंबर से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की ओर से शुरू हुए परिवर्तन यात्रा के क्रम में संथाल परगना के गोड्डा में वह बोल रहे थे.

गोड्डा के गांधी मैदान में आयोजित परिवर्तन सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जेएमएम, कांग्रेस और आरजेडी ने बीते पांच सालों में झारखंड को तबाह कर दिया है. बांग्लादेशी घुसपैठिए न सिर्फ झारखंड की ज़मीन पर कब्जा कर रहे हैं बल्कि छल- कपट से यहां की बेटियों से शादी कर यहां पर काबिज हो रहे हैं। लेकिन इन घुसपैठियों पर कार्रवाई करने की बजाए हेमंत सरकार वोट बैंक के लालच में उन्हें आधार कार्ड और वोटर लिस्ट में नाम दर्ज करवा बचाने में जुटी है. भाजपा का संकल्प है कि झारखंड की माटी, बेटी और रोटी की सुरक्षा की जाए.

रोटी, बेटी और माटी के मुद्दे पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी भी केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान के आरोपों का समर्थन करते हुए कहते हैं कि भाजपा की सरकार बनने पर जल, जंगल, जमीन और रोटी, बेटी और माटी सब सुरक्षित रहेंगे.पिछले 5 वर्षों में लाखों की संख्या में घुसपैठिए झारखंड में आ चुके हैं,जिससे यहां के आदिवासियों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है लेकिन भाजपा की सरकार बनते ही इन घुसपैठियों को ढूंढकर बाहर किया जाएगा. पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन भी कहते हैं कि झारखंड में बड़ी संख्या में घुसपैठिए प्रवेश कर चुके हैं, और इन्हें हटाने की ताकत सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में है.

खूंटी के तोरपा में आयोजित परिवर्तन सभा को संबोधित करते हुए बाबूलाल मरांडी ने लोगों से परिवर्तन की अपील करते हुए कहा कि भाजपा को जनता का साथ मिला तो झारखंड में समय पर परीक्षा होगी, रिजल्ट आएगा और सभी खाली पदों पर भर्ती भी होगी. पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन का भी दावा है कि झारखंड की जनता अब परिवर्तन चाहती है, और आने वाले समय में झारखंड में भाजपा की सरकार बनेगी.

नौकरी के बदले युवाओं को मिल रही मौत

शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हेमंत सोरेन ने 5 लाख सरकारी नौकरियों का वादा किया था, लेकिन झारखंड के युवाओं को नौकरी नहीं मिली. सरकार ने युवाओं को वर्दी के बजाय कफन दिया. बाबूलाल मरांडी भी कहते हैं कि हेमंत सोरेन सरकार में जॉब के नाम पर पुलिस भर्ती में युवकों को दौड़ाया गया, जिससे उनकी मौत हो गई. युवाओं को जॉब नहीं मिली, बल्कि मौत मिली. पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने भी हेमंत सोरेन सरकार की आलोचना करते हुए कहते हैं कि यह सरकार युवाओं के लिए “हत्यारी” साबित हुई है. “600 युवाओं की भर्ती के नाम पर 5 लाख युवाओं को दौड़ाया गया, जिससे 17 युवाओं की मौत हो गई.