झारखंड में विधानसभा चुनाव को लेकर दोनों प्रमुख गठबंधनों में सीट शेयरिंग की तस्वीर साफ हो गई है. भाजपा के अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान करने के ठीक पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जेएमएम- कांग्रेस के 70 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी. जबकि दो अन्य सहयोगी दलों राजद और भाकपा माले को 11 सीटें दी गई है. संभावना है कि राजद 7 और भाकपा माले 4 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है. हालांकि राजद आज अपनी रणनीतियों का खुलासा कर सकता है क्योंकि कहा जा रहा है कि राजद नेता तेजस्वी यादव के रांची में मौजूद रहने के बावजूद भी जिस प्रकार से जेएमएम – कांग्रेस ने एकतरफा सीट शेयरिंग की घोषणा की है, वह राजद को रास नहीं आई और इसे लेकर पार्टी में नाराजगी है.
हालांकि यह नाराजगी कुछ घंटों बाद ही उस समय दूर होती नजर आई जब तेजस्वी यादव अपनी पूरी टीम के साथ शनिवार देर शाम मुख्यमंत्री आवास पहुंचे और सीएम हेमंत सोरेन व कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर समेत अन्य कांग्रेस नेताओं के साथ लंबी बैठक की. चर्चा यह है कि राजद 2019 की तर्ज पर इस बार भी 7 सीटों पर ही चुनाव लड़ने को राजी हो जाए वैसे यह भी कहा जा रहा है कि जेएमएम राजद की बरकट्ठा सीट से अपना उम्मीदवार खड़ा करना चाह रहा है, जिसे मानने को राजद तैयार नहीं है.
राजद की 7 सीटों का समीकरण
2019 के विधानसभा चुनाव में महागठबंधन में राजद 7 सीटों पर चुनाव लड़ी थी, जिसमें केवल एक यानी चतरा सीट पर उसे जीत मिली थी जबकि 5 सीटें कोडरमा, हुसैनाबाद, देवघर, छतरपुर और गोड्डा में पार्टी दूसरे स्थान पर रही थी. हालांकि एक अन्य सीट बरकट्ठा में पार्टी छठे स्थान पर रही थी. ऐसे में इस बार राजद की दावेदारी बरकट्ठा में इसलिए कमजोर पड़ रही है और जेएमएम इस सीट से अपनी दावेदारी रख रही है लेकिन संभावना है कि राजद की नाराजगी और गठबंधन को बचाए रखने के लिए जेएमएम अपना कदम पीछे न खींच ले.
राजद के खाते में जीत के रूप में आई चतरा सीट पर सत्यानंद भोक्ता ने 24 हजार से अधिक वोटों से पार्टी को जीत दिलाई थी जबकि जिन 5 अन्य सीटों पर पार्टी दूसरे स्थान पर रही, उसमें कोडरमा में केवल 1797 वोटों से पार्टी उम्मीदवार अमिताभ कुमार पिछड़ गए थे. तो वहीं सुरक्षित सीट देवघर में पूर्व मंत्री सुरेश पासवान 3208 वोट से हार गए थे. इसी तरह गोड्डा सीट पर भी राजद प्रत्याशी रहे संजय यादव 4512 वोटों से जीत दर्ज नहीं कर सके.
छतरपुर सीट पर राजद प्रत्याशी विजय कुमार 26,792 वोटों से हार गए थे तो हुसैनाबाद सीट भी 9849 वोटों से पार्टी जीतने से वंचित रह गई. यहां प्रत्याशी रहे संजय कुमार सिंह यादव को पूर्व मंत्री कमलेश कुमार सिंह ने हराया था. बरकट्ठा सीट पर पार्टी उम्मीदवार मो. खालिद खलील को बुरी हार का सामना करना पड़ा था जब उन्हें केवल 4867 वोट ही मिले और वह विजयी निर्दलीय अमित यादव के मुकाबले बीजेपी, झाविमो, AIMIM और भाकपा उम्मीदवारों से पिछड़कर छठे स्थान पर रहे.