महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने के ठीक पहले मुंबई में हुई बड़ी घटना में एनसीपी (अजीत पवार गुट) के नेता और पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई. शनिवार देर रात बांद्रा ईस्ट में हुई इस घटना में उन पर कई राउंड फायरिंग की गई. इसके बाद गंभीर स्थिति में उन्हें लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया था. लेकिन उनकी मौत हो गई. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के मुताबिक़, इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ़्तार किया है जबकि एक अन्य आरोपी फरार है. गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ की जा रही है. दोनों आरोपी उत्तर प्रदेश और हरियाणा के रहने वाले हैं. इस घटना में लॉरेंस विश्नोई गैंग के शामिल होने की बात कही जा रही है. कुछ मीडिया ने सूत्रों के हवाले से यह खबर भी चलाई है कि इसमें उक्त गैंग का हाथ है और गिरफ्तार आरोपियों ने अपने आप को उस गैंग का सदस्य बताया है लेकिन पुलिस के स्तर पर अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है.
वाई श्रेणी की सुरक्षा को लेकर उठे सवाल
बताया जा रहा है कि अभी हाल ही में पूर्व मंत्री को जान से मारने की धमकी मिली थी जिसके बाद उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा उपलब्ध कराई गई थी. लेकिन बावजूद इसके जिस तरीके से उनकी हत्या की गई है, उससे इस सुरक्षा घेरे पर भी सवाल उठने लगे हैं. सोशल मीडिया साइट एक्स पर इस घटना को लेकर अपनी प्रतिक्रिया में रोशन राय लिखते हैं, “बाबा सिद्दीकी को वाई श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई थी, इसमें 2 एनएसजी कमांडो, 8 वरिष्ठ पुलिसकर्मी और 2 निजी सुरक्षा अधिकारी होते हैं. ऐसे में इसका उल्लंघन जिस आसानी से कर उनकी हत्या की गई उससे सीएम एकनाथ शिंदे और गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस की विफलता की कल्पना करें.
एक्स यूजर अभिषेक सिंह लिखते हैं कि पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी को 15 दिन पहले जान से मारने की धमकी मिली थी, जिसके बाद उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा मिली लेकिन बावजूद इसके उनकी हत्या होने की घटना महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था की लचर स्थिति का प्रदर्शन है. वहीं एक्स यूजर जयपाल चौरडिया ने घटना को लेकर अपनी प्रतिक्रिया में लिखा कि जो व्यक्ति पूर्व मंत्री रहा हो, वर्तमान में सरकार का हिस्सा हो और बेटा विधायक हो, उसकी हत्या सरकार की नाकामी का सबूत है. महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने हैं। उससे पहले बाबा सिद्दीकी की हत्या होना कोई सामान्य घटना नहीं है.
Dr. अवधनाथ पाल ने लिखा कि महाराष्ट्र में चुनाव होने हैं, उससे पहले हाईलेवल सुरक्षा प्राप्त पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या होना सामान्य घटना नहीं है, यह सरकार की नाकामी का सबूत है. तो वहीं गुरप्रीत गैरी वालिया ने तो सीधे सीधे इस घटना को लेकर लिखा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस, इन दोनों को इस्तीफा दे देना चाहिए और इस घटना की CBI जाँच होनी चाहिए.
एक्स यूजर तबरेज आलम ने अपनी प्रतिक्रिया में लिखा कि एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या महाराष्ट्र में नया राजनीतिक प्रयोग है या लॉरेंस बिश्नोई का संयोग ? वहीं कांग्रेस नेता मेराज हुसैन ने कहा है कि बाबा सिद्दीकी की हत्या के पीछे रची गई साजिश को केवल इनकी मौत नहीं बल्कि देश में मुस्लिम लीडरशिप और लीडर्स पर लगातार मंडरा रहे ख़तरे से भी जोड़ कर देखा जाना चाहिए.
फरवरी में छोड़ी थी कांग्रेस
बीते लोकसभा चुनाव के ठीक पहले फरवरी महीने में लगभग 48 साल तक कांग्रेस में रहने के बाद एनसीपी (अजीत पवार गुट) में शामिल होकर नई राजनीतिक पारी शुरू की थी. 1992 और 1997 में बाबा सिद्दीकी कांग्रेस के टिकट पर मुंबई सिविक बॉडी के लिए कॉर्पोरेटर चुने गए थे. बाबा सिद्दीकी 1999 में पहली बार बांद्रा (वेस्ट) से विधायक चुने गए थे. 2004 और 2009 में भी इसी सीट से वह फिर से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते. 2004 से 2008 तक महाराष्ट्र की विलासराव देशमुख सरकार में वह खाद्य आपूर्ति मंत्री थे. 2014 में बाबा सिद्दीकी बांद्रा ईस्ट से बीजेपी से हार गए थे लेकिन 2019 में उनके बेटे ज़ीशान सिद्दीकी को जीत मिली थी. कहा जा रहा है कि घटना के समय बाबा सिद्दीकी अपने बेटे के ऑफिस ही जा रहे थे, जब आरोपियों ने उन पर कई राउंड फायरिंग की.
राजनीतिक जगत के साथ बॉलीवुड में भी तीखी प्रतिक्रिया
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने पूर्व मंत्री और एनसीपी (अजित पवार गुट) के नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या पर शोक व्यक्त करते हुए अपने ‘एक्स’ पोस्ट में लिखा, “बाबा सिद्दीकी जी का दुखद निधन स्तब्ध करने वाला और दुखद है. यह भयावह घटना महाराष्ट्र में कानून-व्यवस्था की पूर्ण विफलता को उजागर करती है. सरकार को ज़िम्मेदारी लेनी चाहिए और न्याय होना चाहिए.”
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने ‘एक्स’ पर किए पोस्ट के ज़रिए बाबा सिद्दीकी को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा, ”मैंने अपना एक अच्छा सहयोगी और दोस्त खो दिया है. इस कायरतापूर्ण हमले की कड़ी निंदा करता हूं. बाबा सिद्दीकी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं.”
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी अपनी प्रतिक्रिया में अपराधियों को जल्द से जल्द कड़ी सज़ा देने की मांग की है. उन्होंने लिखा, “इस मामले में न्याय सुनिश्चित किया जाना चाहिए और वर्तमान महाराष्ट्र सरकार को गहन और पारदर्शी जांच का आदेश देना चाहिए. दोषियों को जल्द से जल्द सज़ा मिलनी चाहिए.”
राजद नेता व बिहार के पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि महाराष्ट्र के वरिष्ठ नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या की घटना बेहद दुखद है. महाराष्ट्र में एनडीए शासन में लगातार हो रही ऐसी आपराधिक घटनाओं को क्या नाम देंगे?
बाबा सिद्दीकी राजनीति के साथ साथ बॉलीवुड में खासे लोकप्रिय थे क्योंकि 15 साल तक जिस बांद्रा वेस्ट से वह विधायक रहे, वहीं कई बॉलीवुड हस्तियां रहती हैं. हर साल रमज़ान के महीने में बाबा सिद्दीकी की इफ़्तार पार्टी काफी सुर्खियां बटोरती थी क्योंकि इफ़्तार पार्टी में नेताओं के अलावा बॉलीवुड हस्तियां भी इसमें शामिल होती थी. शाहरुख़ ख़ान, आमिर ख़ान, सलमान ख़ान से लेकर संजय दत्त तक इसमें आते थे.
प्रसिद्ध बॉलीवुड अभिनेता रितेश देशमुख ने कहा कि इस दुखद घटना से वह काफी दुःखी हैं और उनकी संवेदना जीशान सिद्दीकी समेत पूरे परिवार के साथ है. इस जघन्य अपराध के अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए.
चर्चित लोक गायिका नेहा सिंह राठौर ने इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि महाराष्ट्र में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीक़ी की हत्या कर दी गई.ये ‘छोटी घटना’ तो नहीं है न? कौन ज़िम्मेदार है इसका?