शुक्रवार को एनडीए तो आज शनिवार को इंडिया गठबंधन में सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तय होगा. झारखंड विधानसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन के दलों झामुमो,कांग्रेस, राजद और भाकपा माले के बीच सीट शेयरिंग को लेकर सहमति बनने और उसके एलान होने की संभावना है. इससे पहले शुक्रवार देर शाम झारखंड के मुख्यमंत्री सह जेएमएम के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने भाकपा माले के विधायक और नेता विनोद सिंह, पूर्व विधायक अरूप चटर्जी समेत कई अन्य नेताओं से विधानसभा चुनाव की रणनीतियों को लेकर बातचीत की. चर्चा है कि चुनाव में भाकपा माले वर्तमान की बगोदर सीट समेत 4 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है और इसे लेकर गठबंधन में सहमति बन चुकी है.
बगोदर के अलावा तीन अन्य धनवार, निरसा और सिंदरी की सीट भी माले के खाते में जा सकती है. धनवार सीट से फिलहाल प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सह राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी विधायक हैं, तो वहीं भाकपा माले के राज कुमार यादव 2014 में यहां से विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं. जबकि निरसा सीट से अरूप चटर्जी मासस के टिकट पर 2009 और 2014 में विधायक चुने जा चुके हैं और लोकसभा चुनाव के बाद अभी हाल ही में मार्क्सवादी समन्वय समिति यानी मासस और भाकपा माले का विलय हो चुका है.
राजद को मिल सकती है 5 सीट
शुक्रवार देर शाम मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राजद नेता और बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से भी मुलाकात की और विधानसभा चुनाव को लेकर कई रणनीतियों पर चर्चा की. इस मुलाकात के दौरान राजद के राज्यसभा सांसद डॉ मनोज झा, संजय कुमार, जेएमएम विधायक कल्पना सोरेन भी मौजूद थी. बैठक के बारे में सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राजद को इस बार इंडिया गठबंधन में वर्तमान की चतरा समेत 5 सीट दी जा सकती है.
चतरा से फिलहाल राज्य के श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता विधायक हैं. इसके अलावा पार्टी के खाते में हुसैनाबाद, गोड्डा, देवघर और कोडरमा की सीट जा सकती है. 2019 के विधानसभा चुनाव में पार्टी हालांकि 7 सीटों पर चुनाव लड़ी थी जिसमें छतरपुर और बरकट्ठा में पार्टी का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा था जबकि अन्य पांच सीटों पर राजद उम्मीदवार दूसरे स्थान पर रहे थे. ऐसे में कहा जा रहा है कि इन दोनों ही सीटों के अलावा अन्य 5 सीट पर पार्टी इस बार चुनाव लड़ सकती है.
राहुल गांधी के साथ होगी बैठक
कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज रांची आ रहे हैं. पार्टी की ओर से आयोजित संविधान सम्मेलन में वह भाग लेंगे और 500 से ज्यादा लोगों संग वह संवाद करेंगे. इसके अलावा राहुल गांधी पार्टी नेताओं के साथ बैठक भी कर सकते हैं. इसके अलावा राहुल गांधी के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और राजद नेता तेजस्वी यादव के साथ मुलाकात और बैठक करने की भी संभावना है ताकि विधानसभा चुनाव को लेकर इंडिया गठबंधन की संयुक्त रणनीति पर विचार विमर्श हो सके. बैठक में सीट शेयरिंग को लेकर भी बातचीत होने की संभावना है. इस बैठक भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य के भी मौजूद रहने की संभावना है.
कहा जा रहा है कि गठबंधन में पहले ही इस बात को लेकर सहमति बन चुकी है कि फिलहाल जिस पार्टी के पास जो सीट कब्जे में है, वह उसी के पास रहेगी यानी गठबंधन के पास वर्तमान में मौजूद 51 सीट के अलावा 30 सीटों पर ही गठबंधन के बीच चर्चा होने की संभावना है. सूत्रों के अनुसार गठबंधन नेताओं की कोशिश यह है कि लोकसभा चुनाव के तर्ज पर विधानसभा चुनाव में भी गैर बीजेपी वोटों का बिखराव नहीं हो और दोनों प्रमुख गठबंधनों में मुख्य मुकाबला रहे. चर्चा यह भी है कि इस बार दलों के बीच कुछ सीटों की अदला बदली हो सकती है.
सीटों के फेरबदल की चर्चा तेज
इस चुनाव में इंडिया गठबंधन में सीटों की अदला बदली जेएमएम और कांग्रेस के बीच होने की संभावना जताई जा रही है. इसमें मुख्य रूप से जमुआ, खूंटी, सिमरिया, मांडू, छतरपुर, भवनाथपुर विश्रामपुर की सीट शामिल होने की बात कही जा रही है. 2019 के चुनाव में खूंटी और मांडू सीट पर जेएमएम ने चुनाव लड़ा था जबकि सिमरिया, भवनाथपुर और जमुआ सीट कांग्रेस के खाते में थी. इसी प्रकार छतरपुर सीट पर राजद ने चुनाव लड़ा था. अब जब जमुआ के वर्तमान विधायक और पूर्व भाजपा नेता केदार हाजरा शुक्रवार को झामुमो में शामिल हुए हैं और जमुआ से पिछले चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार डॉ. मंजू कुमारी बीते दिनों भाजपा में शामिल हो चुकी है उससे लगता है कि इस सीट पर इस बार जेएमएम चुनाव लड़े. इसके अलावा भवनाथपुर के पूर्व विधायक अनंत प्रताप देव जेएमएम से इस सीट से चुनाव लड़ने को इच्छुक है.
एक तरफ जेएमएम कांग्रेस की सीट से चुनाव लड़ने को इच्छुक है तो दूसरी तरफ कांग्रेस भी जेएमएम की खूंटी और मांडू सीट से लड़ने की तैयारी में है. मांडू के वर्तमान विधायक जयप्रकाश भाई पटेल पिछली बार भाजपा के टिकट पर जीते थे लेकिन लोकसभा चुनाव के समय कांग्रेस में शामिल हो गए और अब कांग्रेस मांडू सीट से चुनाव लड़ना चाहती है. इसी तरह लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने खूंटी सीट पर लगभग 94000 वोट हासिल किए थे और भाजपा उम्मीदवार सह तत्कालीन केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा के खिलाफ दुगुना मत हासिल किया था, उसके आधार पर पार्टी इस सीट से चुनाव लड़ने की दावेदारी पेश कर रही है और चर्चा यह है कि इस सीट पर कांग्रेस प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता दयामनी बारला को अपना उम्मीदवार बना सकती है. ऐसे में सभावना है कि इंडिया गठबंधन में जेएमएम 42, कांग्रेस 30, राजद 5 और भाकपा माले 4 के फॉर्मूले पर चुनाव लड़ने की सहमति बन जाए.