झारखंड में विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच टूटने लगा है अघोषित आदर्श आचार संहिता का महीन धागा, उठे कई सवाल

रांची: विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान भले ही नहीं हुआ हो लेकिन चुनाव की आहट में अघोषित आदर्श आचार संहिता का महीन धागा भी टूटने लगा है और वह भी तब जब मुख्य निर्वाचन आयुक्त के नेतृत्व वाली चुनाव आयोग की टीम झारखंड में ही मौजूद रही. दरअसल मामला जेएमएम विधायक सह मुख्यमंत्री की पत्नी कल्पना मुर्मू सोरेन के नेतृत्व में शुरू हुए मंईयां सम्मान यात्रा से जुड़ा हुआ है. मंगलवार को यह यात्रा गढ़वा से पलामू पहुंची और इसी दौरान कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के प्रांगण में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर, मंत्री बेबी देवी और मंत्री दीपिका पांडेय सिंह की मौजूदगी में आयोजित यह कार्यक्रम चुनाव से संबंधित आदर्श आचार संहिता के उस दिशा निर्देश का खुला उल्लंघन है,जिसके तहत स्कूल-कॉलेज में राजनीतिक कार्यक्रम नहीं किए जा सकते हैं.

कल्पना सोरेन ने क्या कहा

इस कार्यक्रम से संबंधित तस्वीरों को अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट करते हुए जेएमएम विधायक कल्पना मुर्मू सोरेन ने लिखा कि, ” रात में पलामू में कस्तूरबा हॉस्टल्स की छात्राओं का जोशीला अंदाज देखने लायक था। आप सभी बेटियों और बहनों के इस जोश को मेरा सलाम. आपके हेमन्त दादा द्वारा शुरू की गयी सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना से आप जैसी लाखों बेटियों के सपनों को पंख मिल रहे हैं। गुरुजी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड से आपको उच्च शिक्षा लेने में भी बहुत मदद मिलेगी। आप सभी बेटियां मेहनत करते रहिए, आपके हेमन्त दादा हमेशा आपके साथ हैं। आप सभी को बहुत-बहुत शुभकामनाएं, जोहार।

मंत्रियों ने साझा की तस्वीरें

मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने भी अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर कार्यक्रम से संबंधित तस्वीरों को पोस्ट करते हुए लिखा कि मंईयां सम्मान यात्रा का कस्तूरबा आवासीय विद्यालय मेदिनीनगर में रात्रि चौपाल कार्यक्रम संपन्न। भविष्य की राहों में हेमंत की चमक नजर आएगी, नई उम्मीदों की किरणें हर दिशा को जगमगाएंगी. छात्राओं के सपनों की उड़ान नाम से आयोजित इस कार्यक्रम को लेकर मंत्री दीपिका पांडेय सिंह ने भी अपने एक्स हैंडल पर लिखा, ” “ये इंक़लाब है—सम्मान और स्वालंबन की आवाज़! बहनें इस सरकार और प्रदेश के मुख्यमंत्री के साथ मजबूती से खड़ी हैं। ‘मइयाँ सम्मान यात्रा’ बहनों के हक़ की लड़ाई है, जो उन्हें समृद्ध और सशक्त बनाने के लिए समर्पित है।”

मुख्यमंत्री ने भी कार्यक्रम को सराहा

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर, मंत्री दीपिका पांडेय सिंह और विधायक कल्पना मुर्मू सोरेन के पोस्ट को अपने एक्स हैंडल पर रिपोस्ट किया है. इसके अलावा उस कार्यक्रम की तस्वीरों के साथ एक अलग पोस्ट में मुख्यमंत्री ने लिखा कि, ” देर रात मइयाँ सम्मान यात्रा में राज्य की मेरी बहनों का यह जुटान, यह उत्साह आने वाले वक्त की तस्वीर स्पष्ट कर रही है. मैं यात्रा में भले ना हूँ पर आप सबका यह स्नेह और प्रेम मुझे अत्यंत प्रसन्नता दे रहा है. आप सबका आभार.

उठे कई सवाल

विधानसभा चुनाव की घोषणा राज्य में भले ही न हुई हो, लेकिन बावजूद इसके किसी भी राजनीतिक या गैर राजनीतिक कार्यक्रमों के आयोजन के लिए स्थानीय प्रशासन की अनुमति जरूरी होती है, तो क्या इसकी अनुमति ली गई 

राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ स्कूली बच्चों को दिया जाना है लेकिन उन योजनाओं के प्रचार प्रसार या जागरूकता कार्यक्रम के लिए उन स्कूली बच्चों के उपयोग की अनुमति नहीं होती है, तो फिर यहां राज्य सरकार के मंत्रियों की उपस्थिति में यह कैसे हुआ.

यह सर्वविदित है कि झारखंड में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं ऐसे में मंईयां सम्मान यात्रा किस लाभ या स्वार्थ से की जा रही है, यह भी किसी से छुपी हुई नहीं है तो फिर स्कूल में मुख्यमंत्री की तस्वीर वाले विभिन्न योजनाओं से संबंधित बैनरों के साथ कार्यक्रम आयोजित किया जाना क्या सरकारी खर्च पर व्यक्तिगत लाभ प्राप्त करना नहीं है या सरकारी खर्च का दुरुपयोग है

मंईयां सम्मान यात्रा से जुड़ी तस्वीरों से यह साफ है कि इस यात्रा के दौरान नुक्कड़ सभाएं भी हो रही है लेकिन कस्तूरबा विद्यालय में आयोजित यह कार्यक्रम पूर्व निर्धारित नजर आती है क्योंकि यहां कई बड़े बड़े पोस्टर और बैनर लगाए गए, मंच का भी निर्माण किया गया, जो स्कूल कॉलेज जैसे स्थानों के लिए निर्धारित कोड ऑफ कंडक्ट का खुला उल्लंघन है.